हिंदु मुस्लिम दंगों को रोकने के लिये बांग्लादेश में हिंदु मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
Written By अनुभा जैन, लेखिका पत्रकार on Tuesday, November 21,2021- 5 comments
बांग्लादेश के कोमिला शहर में दुर्गा पूजा के पंडाल में की गये सजावट में हनुमान के पैरों में रखे मुस्लमानों की धार्मिक पुस्तक कुरान को देख भडकी हिंदु मुस्लिम दंगों ने हिन्दुओं के लिये घोर संकट पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया में आंधी की तरह फैली इस खबर ने हिंदू मुसलमानों की तकरार में आग में घी के समान काम किया।
कुछ ही समय में कोमिला के अलावा बांगलादेश के अन्य शहरों में हिंदुओं, हिंदू मंदिरों व पंडालों पर हमले व हिंदु महिलाओं के साथ बलात्कार की खबरें आना शुरू हो गयीं। नोखाली में भगवान कृष्ण के प्रसिद्व इस्कॉन मंदिर तक को मुसलमानों ने नहीं छोडा। मंदिर के महंतों को मुसलमानों ने बेदर्दी से पीटा और इन सब में लोगों को गहरी चोटें आयीं और एक अनुयायी की मौत भी हो गयी।
पहले भी भारतीयों पर इस तरह के हमले हुये हैं पर आधिकारिक सूत्रों की माने तो इस बार का हमला बेहद डरा देने वाला और संकटमय रहा।
अचिंता दास, हिंदू कमेटी, कोमिला के प्रमुख के अनुसार, ‘यह हमला हिंदुओं पर एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया। मैं नहीं समझता हिंदु कुरान जैसी पवित्र पुस्तक का इस तरह अपमान कर सकते हैं।’
हांलाकि अधिकारिक सूत्रों के अनुसार तफ्तीश के दौरान यह बात सामने आयी की जिस घटना से यह सब दरिंदगी शुरू हुई उस कुरान को पंडाल में रखने वाला एक मुसलमान युवक था।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि हमलावरों पर कडी कार्यवाही की जायेगी। इससे पहले भी इस तरह के हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले होते आये हैं और हमलावरों को पकड कर उचित दंड दिया गया है। एक समय ऐसा भी आया कि बांग्लादेश के 22 जिलों में हुये दंगों को रोकने के लिये शस्त्र सुरक्षा सेना का सहारा लेना पडा।
इस हमले के एक हफ्ते के अंतराल पर उत्तरी बांग्लादेश में कई हिंदू मकानों को ध्वस्त किया गया क्योंकि सोशल मीडिया पर यह खबर फैला दी गयी की हिंदू, इस्लामिक धार्मिक स्थलों को अपमानित कर रहे हैं। हिंदू संप्रदाय के प्रमुख के अनुसार इस तरह के दंगों से व्यथित हो बांग्लादेश में 1947 में 30 प्रतिशत हिंदुओं की आबादी घट कर आज मात्र 9 प्रतिशत रह गयी है।
राज्यसभा सांसद और पूर्व केन्द्रिय मंत्री सुब्रमन्यहम स्वामी ने रोष प्रकट करते हुये सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाया है कि भाजपा इस दर्दनाक घटनाक्रम पर चुप्पी क्यों साधे हुये है और विरोध क्यों नहीं प्रकट कर रही है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस तरह की घटनाओं और हिंदू मुस्लिम दंगों को रोकने के लिये बांग्लादेश के हिंदू मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।